
खुफिया अधिकारियों के मुताबिक, कुलगाम में दो नागरिकों की मौत और कई जख्मी प्रदर्शनकारियों की आंखों की रोशनी चले जाने को लेकर हुर्रियती नेता इसे दबे हुए आंदोलन को फिर भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। इसीलिए उन्होंने 15 फरवरी से ‘कुलगाम चलो’ नाम से जुलुस निकालने का फैसला किया है।